Bageshwar Baba and Jaya Kishori Education : जानिए बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी में कौन कितना है पढ़ा लिखा


Bageshwar Baba and Jaya Kishori Education
Bageshwar Baba and Jaya Kishori Education : छतरपुर के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों अपने दिव्य दरबार को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा में हैं. तो वहीँ मोटिवेशनल स्पीकर और धार्मिक प्रवचन करने वाली जया किशोरी भी हमेशा चर्चाओं में बनी रहती हैं
Bageshwar Baba and Jaya Kishori Education : कथावाचिका जया किशोरी और बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री का नाम तो आप सबने अवश्य ही सुना होगा. दोनों ही हमेशा चर्चाओं में बने रहते हैं. आज हम आपको बतायेंगे कि दोनों ने कहां तक और कितनी पढ़ाई की है.
आपको बता दें, छतरपुर के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों अपने दिव्य दरबार को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा में हैं. इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया में धीरेंद्र शास्त्री और मोटिवेशनल स्पीकर और धार्मिक प्रवचन करने वाली जया किशोरी की शादी को लेकर भी खूब खबरें चली हैं. ऐसे में आज हम आपको इन दोनों की पढ़ाई और योग्यता के बारे में बताने जा रहे हैं कि इनमें से कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा है.
आपको बताते चलें, जया किशोरी ने श्री शिक्षणाटन कॉलेज और कोलकाता की महादेवी बिरला विश्व अकादमी से अपनी स्टडी पूरी की है. इसके अलावा उन्होंने ओपन स्कूलिंग से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की है.
उन्हें पढ़ाई करना काफी ज्यादा पसंद है. एक साक्षात्कार के दौरान जया किशोरी ने बताया था कि वो अभी और पढ़ाई करना चाहती हैं. उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई के समय से श्रीमद भागवत कथा को तैयार किया था और वह अपनी पढ़ाई के साथ साथ भजन भी गाती थी और गीता के पाठ भी करती थीं.
तो वहीँ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा हिंदी मीडियम से कक्षा 8 तक पूरी की, फिर हायर स्टडीज के लिए गांव में स्कूल नहीं होने के कारण उन्होंने कक्षा 9 से 12 तक की अपनी पढ़ाई गंज में पूरी की. आपको बता दें, उस समय परिवार की आर्थिक काफी ख़राब थी. 12वीं तक पढाई करने के बाद उन्होंने स्नातक में बीए की पढ़ाई की.
इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री समाजसेवा और मानव सेवा के कार्य में लग गए और पढ़ाई छोड़ दी. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुयायियों की संख्या आज हजारों-लाखों में है. वह स्वयं को हनुमान और बालाजी का भक्त बताते हैं. उनका यह भी दावा है कि वह लोगों की अर्जियां अपने इष्ट तक और अपने इष्ट की चेतना लोगों तक पहुंचाते हैं.