Blue Economy : जानिए, क्या होती है ब्लू इकोनमी? यह कैसे बदल सकती है पाकिस्तान के हालात?

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Blue Economy :पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और अब दिवालिया होने की कगार पर पहुँच गया है. देश के आर्थिक मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पाकिस्तान ब्लू इकोनॉमी पर ध्यान देता है तो पलभर में देश की स्थिति बदल सकती है. इतना ही नहीं पाकिस्तान के पास इस सेक्टर में काफ़ी अवसर उपलब्ध हैं. इससे देश की सामाजिक और आर्थिक हालत में बेहद जल्दी बड़े सुधार हो सकते हैं.

Blue Economy : वैसे तो इन दिनों पूरी दुनिया की मार्केट में उथल-पुथल मची हुई है लेकिन पाकिस्तान भयानक आर्थिक संकट से गुजर रहा है. यहां तक कि पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है. जबकि अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष (IMF) से इसे बेलआउट पैकेज मिल पाने के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इसी बीच एक्सपर्ट्स एक ऐसे खजाने की ओर इशारा कर रहे हैं जो चुटकियों में ही देश की तकदीर बदल सकता है. तो आइये जानते है वह कौन सा खजाना है जो डूबते पाकिस्तान को बचा सकता है..

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वास्तव में आर्थिक विशेषज्ञों के द्वारा ब्‍लू इकोनॉमी की बात की जा रही है. जानकारों के अनुसार, अगर इसे सही तरीके से उपयोग में लाया जाए तो पलभर में देश के हालात बदल सकते हैं. उनका यह भी मानना है कि ब्लू इकोनॉमी के माध्यम से रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्‍सा हासिल हो सकता है. इससे न केवल देश का सामाजिक स्‍तर सुधर सकता है बल्कि गरीबी भी दूर हो सकती है.

जानिए, क्या होती है ब्लू इकोनमी?

समुद्र से जुड़े उद्योग और सेवाओं को ब्लू इकॉनमी कहा जाता है जो किसी भी देश के रेवेन्यू में भारी बढ़ोतरी कर सकता है. ब्‍लू इकोनॉमी में ऊर्जा अर्थात तेल, गैस और रिन्‍यूबल एनर्जी के अतिरिक्त शिपिंग, मैरीटाइम, कृषि, फिशरीज और पर्यटन सेक्‍टर्स शामिल होते हैं. आपको बता दें कि पाकिस्तान की समुद्र से लगी तट रेखा 1050 किमी फैली तक हुई है. इसमें लगभग तीन लाख स्‍क्‍वॉयर किलोमीटर एक्‍सक्‍लूसिव इकोनॉमिक जोन भी शामिल है.

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इससे 100 अरब डॉलर तक हो सकती है इनकम

पाकिस्तान के आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान ब्लू इकॉनमी के उपयोग से 100 अरब डॉलर तक की इनकम प्राप्त कर सकता है. लेकिन वर्तमान समय में वह सिर्फ एक अरब डॉलर की इनकम ही ले पा रहा है. इसमें से अधिकतर राशि फिशरीज, तटीय पर्यटन तथा मरीन रेवेन्यू से प्राप्त की जाती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान अपने आर्थिक हालात सुधारने के लिए अगर ब्लू इकॉनमी पर फोकस करे तो सी-फ़ूड एक्सपोर्ट को बढ़ा सकता है.

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आर्थिक हालात बेहतर करने के लिए यह हो सकता है सबसे कारगर उपाय

ब्लू इकोनॉमी के जरिए अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने का पाकिस्तान के पास अच्छा मौका है. कई लोगों का यह मानना है कि पाकिस्तान के पास बहुत से ऐसे संसाधन मौजूद हैं जिनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया है. पाकिस्तान में अभी तक इन संसाधनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा है. वहीं दूसरे देश इस सेक्‍टर से अरबों डॉलर की कमाई कर रहे हैं. अपनी तट रेखा का उपयोग करके पाकिस्‍तान मध्‍य पूर्व, अफ्रीका और दूसरे देशों के साथ अपने व्यापार को बढ़ा सकता है और उन्हें एक्सपोर्ट कर सकता है. इससे पाकिस्तान की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने में काफ़ी मदद मिल सकती है.

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